पाटण में श्रीसंघ ने ज्ञानोत्सव मनाया

*पाटण में श्रीसंघ ने ज्ञानोत्सव मनाया*
गुजरात के पाटण नगर में *गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वर जी महाराजा के पट्टधर गच्छाधिपति श्री नित्यसेन सूरिश्वरजी महाराज एवं आचार्य श्रीमद् जयरत्न सूरीश्वरजी महाराज के आज्ञानुवर्ती श्रमण श्रमणी भगवंत 29 ठाणा चातुर्मास हेतु बिराजमान हे*, पुण्यसम्राट युगप्रभावक गुरुदेव श्री के शिष्य रत्नों का जब से अध्ययन हेतु पाटण पदार्पण हुआ है तब से अभी तक विभिन्न ग्रंथो का संस्कृत टीका सहित अध्यनन निरन्तर हो रहा है , *व्याकरण साहित्य का अमूल्य ग्रंथ श्री सिद्धहेम व्याकरण का अध्ययन पुर्ण होने पर त्रिस्तुतिक जैन संघ पाटण ने ज्ञान का पूजन कर ज्ञानोत्सव मनाया* इस प्रसंग पर श्री सिद्ध हेम ज्ञानपीठ के अध्ययन कक्ष को विभिन्न रंगों के फुलों की आकर्षक रंगोली एवं अन्य सजावट की सामग्री से संपूर्ण कक्ष को भव्य रूप से सजाया गया ओर *हाथी की प्रतिकृति को सजाकर उस पर सिद्धहेम व्याकरण ग्रंथ को स्थापित कर विविध प्रकार से पूजन किया गया*, कार्यक्रम में पाटण में बिराजमान अनेक समुदायों के श्रमण श्रमणी भगवंत की पावन निश्रा ओर त्रिस्तुतिक जैन संघ के सदस्य, पाटण जैन संघ के अग्रणी एवं पंडित श्री चंद्रकान्तभाई , पंडित श्री राजुभाई, जिला कलेक्टर, पालिका चिफ ओफिसर सहित अनेक लोग उपस्थित रहे, *करीबन 3 धंटे चले ज्ञानोत्सव में मुनिराज श्री चारित्ररत्न विजय जी महाराज एवं मुनिराज श्री निपुण रत्न विजय जी महाराज आदि ने ज्ञान के महत्व पर प्रवचन दिया* ओर पंडित श्री एवं जिला कलेक्टर आदि के वक्तव्य हुए ,