नागदा में नवीन कृषि उपज मण्डी हेतु 670 लाख की स्वीकृति मिली। अथक प्रयासो से आखिरकार किसानो की वर्षो पुरानी समस्या हुई पुरी -पूर्व विधायक शेखावत

नागदा में नवीन कृषि उपज मण्डी हेतु 670 लाख की स्वीकृति मिली। अथक प्रयासो से आखिरकार किसानो की वर्षो पुरानी समस्या हुई पुरी -पूर्व विधायक शेखावत
नागदा (निप्र)-पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि नागदा क्षेत्र के किसानो की वर्षो पुरानी समस्या को म.प्र. की भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा पुरी कर दी गई है। कृषि मंत्री श्री कमलजी पटेल एवं मुख्यमंत्रीजी श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा मण्डी बोर्ड के अधिकारियों को निर्देशित कर नागदा में नवीन कृषि उपज मण्डी के शेष कार्य को पुर्ण करने हेतु राशि 670 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। जिसमें मण्डी की सभी मुलभूत सुविधाओं का खयाल रख राशी जारी की गयी है जिसमें नवीन कृषि उपज मण्डी में ये कार्यो की स्वीकृति मिली है।
ये कार्य किये जावेंगे नवीन मण्डी नागदा में-
(1) 80 लाख रू. की लागत से कार्यालय भवन निर्माण नवीन मण्डी प्रांगण नागदा में (2) 80 लाख रू. की लागत से कव्हर्डशेड निर्माण नवीन
(3) 20 लाख रू. से कृषक विश्राम गृह का निर्माण
(4) 15 लाख रू. की लागत से प्याऊ का निर्माण
(5) 35 लाख रू. की लागत से सम्पूर्ण मण्डी में प्रकाश व्यवस्था
(6) 5 लाख रू. की लागत से ट्यूबवेल कार्य
(7) 18 लाख रू. की लागत से पाईप लाईन कार्य
(8) 16 लाख रू. की लागत से यूरिनल निर्माण कार्य
(9) 230 लाख रू. की लागत से आंतरिक सड़क निर्माण
(10) 90 लाख रू. की लागत से ट्राली शेड निर्माण
(11) 24 लाख रू. की लागत से सुलभ शौचालय निर्माण
(12) 20 लाख रू. की लागत से कृषक भोजनालय का निर्माण
(13) 35 लाख रू. की लागत से नालियों का निर्माण
कुल 670 लाख रूपये
वर्षो तक अथक प्रयास का परिणाम है नवीन मण्डी की स्वीकृति-
शेखावत ने आगे बताया कि नवीन मण्डी निर्माण का कार्य सर्वप्रथम मेरे विधायक रहते हुए वर्ष 2013-14 से विधानसभा प्रश्नों एवं पत्रो के माध्यम से उठाया था। जिसके परिणामस्वरूप वर्ष 2016-17 में 8 किसानों की 5.153 हे. जमीन को आपसी सहमति से 4 करोड़ 3 लाख 62 हजार 994 रूपये में खरीदी थी। जिसमें 1 करोड़ 40 लाख रूपये का बैंक लोन स्वीकृत कराया एवं 2 करोड़ 63 लाख 994 रूपये मण्डी की स्थायी निधि से खर्च कर जमीन खरीदी की कार्यवाही पूर्ण की गई। तत्पश्चात् तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा मण्डी की स्वीकृति प्रदान कर इसका भूमि पूजन कर करीब 25 बीघा जमीन पर इसका निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया गया था। जिसमें प्रथम चरण में 1 करोड़ 39 लाख रूपये की लागत से मण्डी प्रांगण से सी.सी. रोड का कार्य, चेक पोस्ट, बाउण्ड्रीवॉल एवं मेन रोड़ से मण्डी प्रांगण तक सी.सी. रोड़ कार्य कराया गया था। जो वर्तमान में भी उसी स्थिति में है। दूसरे चरण में मुलभूत कार्य करने हेतु 670 लाख रूपये की आवश्यकता थी जिसके लिये विभाग से स्टीमेट बनवाकर दिनांक 20/12/2021 एवं 14/02/2022 को कार्यपालन यंत्री मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड तकनीकि उज्जैन से बनवाकर भोपाल मण्डी कार्यालय पहुंचवाया गया तत्पश्चात् दिनांक 24 एवं 25 फरवरी 2022 को भोपाल प्रवास पर कृषि मंत्री श्री कमलजी पटेल से भेंट कर पत्र के माध्यम से नागदा की नवीन मण्डी की समस्या से अवगत कराकर बताया गया कि वर्तमान में नागदा की कृषि उपज मण्डी शहरी क्षेत्र में होते हुए काफी छोटी है यहाँ का मार्ग काफी संकरा होने से आये दिन आवागमन में ट्राफिक समस्या बनी रहती है जिससे किसानो सहित राहगीर भी परेशान होते है। उन्होंने मुझे अधिकारियों को निरीक्षण करवाकर शीघ्र राशी स्वीकृति का आदेश दिया था। जिसकी न्यूज सभी समाचार पत्रो में दिनांक 22/12/22 को छपी थी। कृषि मंत्री जी के निर्देश पर दिसंबर 2022 में प्रबंध संचालक आयुक्त मण्डी बोर्ड भोपाल श्रीमती जे. वी. रश्मीजी द्वारा नागदा दौरा कर मण्डी का निरीक्षण किया था एवं मुझे 1 से 2 माह में मण्डी राशी स्वीकृति का आश्वासन दिया था।
कांग्रेस की सरकार में मण्डी का मामला पड़ा था खटाई में-
शेखावत ने आगे बताया कि मेरे द्वारा कृषि मण्डी की दूसरी चरण में राशी स्वीकृति का प्रयास जारी था कि वर्ष 2018 में कांग्रेस की सरकार बन जाने से स्थानीय जनप्रतिनिधि ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कांग्रेस के 16 माह के शासन में एक बार भी मण्डी निर्माण हेतु प्रश्न या पत्र नहीं लिखा गया एवं कांग्रेस के तत्कालीन कृषि मंत्री श्री सचिन जी यादव द्वारा खाचरौद प्रवास के दौरान नागदा मण्डी को विकसित करने की बात कही थी किन्तु स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिससे यह मामला खटाई में पड़ गया था एवं मण्डी कार्य यथास्थिति बना रहा। तत्पश्चात कोरोना काल आ जाने से इस पर कार्यवाही नहीं हो पाई थी किन्तु आखिर मेहनत रंग लाई दिनांक 18/1/2023 को कृषि मंत्री से दुरभाष पर चर्चा हुई जिस पर उन्होंने मुझे स्वीकृति के बारे में शीघ्र आदेश जारी करने का बताया था। आज भाजपा सरकार ने राशि स्वीकृत कर नागदा क्षेत्र के किसानों को सौगात दी है।
आज क्षेत्र में मेरे विधायक कार्यकाल 2013 से 2018 में स्वीकृत हुए नागदा, उमरना, खाचरौद के रेलवे ब्रिज प्रगतिरत है। नायन ब्रिज पूर्णता की ओर है। कन्या महाविद्यालय का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। नागदा हास्पीटल का 11 करोड का रिवाईज स्टीमेट बनवाकर कार्य प्रारम्भ होने वाला है। चम्बल नदी में मगदनी के पास 10 करोड 86 लाख से ब्रिज का दिनांक 10/01/2023 को टेंडर जारी हो गये है। नागदा में तीनो महापुरूषों की प्रतिमा स्थापित सहित कई छोटे-बड़े कार्य क्षेत्र में चल रहे है। यह सब भाजपा की सरकार बनने पर ही संभव हो पाया है। मण्डी स्वीकृति पर क्षेत्र के किसानो की ओर से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, कृषि मंत्री कमल पटेल, क्षेत्रीय सांसद अनिल फिरोजिया का आभार माना है।