राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा आयोजित बैठक में मारू हुए शामिल दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा हेतु दिए सुझाव

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा आयोजित बैठक में मारू हुए शामिल
दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा हेतु दिए सुझाव
नागदा
नागदा स्नेह संस्थापक एवं बौद्धिक दिव्यांगजनों के अभिभावकों की संस्थाओं के महासंघ परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज मारू ने शुक्रवार को मुंबई के जियो अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉयमेंट फॉर दिव्यांगजन द्वारा दिव्यांगजनों हेतु बीमा की आवश्यकता पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित किया।
स्नेह के परियोजना अधिकारी विप्लव चौहान ने बताया कि दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के पश्चात भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण के आदेश पर विभिन्न बीमा कंपनियों द्वारा दिव्यांगजनों हेतु जारी स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा पॉलिसियों में अत्यधिक प्रीमियम एवं अन्य समस्याओं के समाधान हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया था। मारू ने वर्तमान में दिव्यांगजनों को पॉलिसी देने से इंकार के साथ साथ क्लेम में आने वाली समस्याओं और अन्य विकसित देशों में दिव्यांगजनों को प्रदान की जाने वाली पॉलिसी के प्रावधानों से अवगत कराते हुए दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के अनुसार बीमा कंपनियों द्वारा दिव्यांग एवं सामान्य व्यक्ति के मध्य किसी भी प्रकार के भेदभाव को न करने की मांग रखी। इस अवसर पर मानवाधिकार आयोग के सदस्य डी एन मुले, संयुक्त सचिव देवेंद्र कुमार निम, इरडाई के महाप्रबंधक पंकज तिवारी, दिव्यांग्जन सशक्तिकरण विभाग के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा, वित्त मंत्रालय की निदेशक मंदाकिनी बलोधी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के विपिन कुमार सिंह, एनसीपीईपीडी के कार्यकारी निदेशक अरमान अली एवं दृष्टिबाधित वकील एवं एक्टिविस्ट अमर जैन ने भी संबोधित करते हुए विभिन्न कानूनी प्रावधानों से बीमा कंपनियों को अवगत कराया। देश की 25 बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा भी अपने विचार रख कर दिव्यांगजनों हेतु उचित बीमा पॉलिसी जारी करने हेतु कटिबद्धता प्रदर्शित की। सभी के मध्य दिसंबर तक इस विषय पर विस्तार से चर्चा कर नई पॉलिसी हेतु दिसंबर में दिल्ली में बैठक करने का निर्णय लिया गया।