मप्र में दिव्यांगों के लिए खुलेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का संस्थान, नागदा के पंकज सदस्य नियुक्त
नागदा, 07 फरवरी (हि.स.)। मध्यप्रदेश में 180 करोड़ की लागत से मानसिक रूप से दिव्यांग लोगों के जीवन उत्थान के लिए एक प्रोजेक्ट खुलने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में दिव्यांग व्यक्तियों के उपचार व पुनर्वास की सुविधा मिलेगी। इस संस्थान में मानव संस्थान को तैयार करने के लिए विभिन्न पाठयक्रम भी चलाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट को खड़ा करने के दिव्यागों के क्षेत्र में कार्यरत पंकज मारू निवासी नागदा जिला उज्जैन को केंद्रीय मानव एव सामाजिक न्याय अधिका
रिता मंत्रालय भारत सरकार ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पूर्नवास संस्थान की सामान्य परिषद का संस्थापक सदस्य नियुक्त किया है। जिसकी भारत सरकार ने विधिवत अधिसूचना भी जारी कर दी है। नियुक्ति के बाद हिंदुस्थान समाचार एजेंसी संवाददाता नागदा से बातचीत में पंकज मारू ने बताया केंद्रीय मंत्री परिषद ने केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत के प्रयासों से यह प्रस्ताव मंजूर हुआ है। मंत्री गेहलोत के प्रस्ताव पर भारत सरकार ने 180 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी। पंकज का कहना है कि मप्र के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। प्रोजेक्ट के लिए इंदौर- भोपाल हाई वे मार्ग पर 25 एकड़ भृमि का आवंटन भी उनके प्रयासों से हो चुका है। मप्र शासन ने प्रोजेक्ट के लिए भृमि की प्रकिया भी पूरी कर दी है। उनका यह भी यह कहना हैकि अंतराष्टीय स्तर के इस संस्थान की परियोजना के शुरूआती दौर में श्रम मंत्रालय भारत सरकार ने उन्हें बतौर परिष सदस्य जोड़ा है। लगभग 3 वर्ष में योजना साकार लेगी। इस योजना में 231 लोगों को रोजगार भी मिलेगा। हिन्दुस्थान समाचार/ कैलाश जी